बाॅलीवुड का इस्लामीकरण भारत के लिए घातक
ब्रह्मा प्रकाश तिवारी
बाॅलीबुड के प्रसिद्ध निर्देशक गुलशन कुमार को सिर्फ इसलिए मारा गया था, क्योंकि उनके रहते हुए बाॅलीवुड का इस्लामीकरण नहीं हो पा सकता था। उनके मरते ही बाॅलीवुड से भक्ति गाने गायब हो गए। जो लोग दाऊद के इशारे पर नाचते थे, सिर्फ वही स्टार बने।
20 साल से भाई-बहन के रिश्ते पर रक्षाबंधन का कोई गीत नहीं आया, न ही भगवान पर कोई फिल्म या गीत बनाया गया। उल्टे हिन्दू धर्म का मजाक ज्यादातर फिल्मों में उड़ाया जाता है। फिल्मों में ऐसे सीन जोड़े जाते हैं कि हिंदू व्यक्ति अपनी मन्नत पूरी करने के लिए मंदिर, गुरद्वारा, चर्च में सर झुकाता है, पर उसकी मन्नत तभी पूरी होती है जब वह किसी मजार में चादर चढ़ाता है। साथ में कोई मौलवी उसे आशीर्वाद देता है।
आज लव जिहाद को बढ़ावा देती हुई फिल्में बनाई जाती हैं। बाॅलीवुड का इस्लामीकरण देश के लिए बहुत घातक है। जबकि हिंदू, सिख व ईसाई लड़के-लड़कियां सलमान खान, आमिर खान, सैफ अली खान, शाहरुख खान के पीछे पागल हुए जा रहे हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के जिम्मेदार यही लोग हैं।