हड़ताल समर्थक और विरोधी वकीलों में झड़प, सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन
जमशेदपुर, 5 जून : आज साकची नया कोर्ट में वकीलों ने दो गुटों में बंट कर आपस में झगड़ा किया। नौबत मारपीट तक आ गयी परंतु कुछ सीनियर वकीलों ने बीच बचाव कर मारपीट टाल दी। मालूम हो वकीलों का हंगामा कल से चल रहा है, जो आज भी जारी रहा। वकीलों की मांग है कि उनके बैठने के लिए कोर्ट परिसर में जगह दी जाए। क्योंकि बार एसोसिएशन की दोनों बिल्डिंगों में ताला लगा दिया गया है। वे अपने मुवक्किलों से कहां बैठकर बातचीत करें। जबकि जज अपने चेंबर में बैठकर काम करते हैं। उनके चेंबर यानि बार एसोसिएशन भवनों को बंद कर दिया गया है। इसके विरोध में कल से वकीलों ने हड़ताल की घोषणा कर रखी है। परंतु कुछ वकीलों ने आज अपने पिटीशन ड्रॉप बॉक्स में डाले।
मालूम हो कोरोनावायरस संक्रमण के कारण कोर्ट में ड्रॉप बॉक्स लगा दिए गए हैं। जिनमें वकील अपने आवेदन डाल देते हैं। कोर्ट उस पर विचार करता है। आज एक हड़ताल समर्थक वकील ने गुस्से में आकर ड्रॉप बॉक्स में डाले गए आवेदनों को निकाल कर फाड़ दिया। इसका विरोध दूसरे पक्ष के वकीलों ने किया और नौबत मारपीट की आ गई। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और महासचिव ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश के चेंबर में जाकर उनसे बात की तथा वकीलों की मांगें उनके सामने रखीं। जिला जज ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक झारखंड उच्च न्यायालय रांची से उन्हें बार भवन खोलने का आदेश नहीं मिलेगा वे बार भवन नहीं खोलेंगे। नए मुकदमे फाइल करने के बारे में वकीलों की मांग पर उन्होंने विचार करने का आश्वासन दिया। याद रहे लॉक डाउन के बाद से अब तक नए मुकदमे फाइल करने पर रोक लगी हुई है। जिससे वकीलों की आय प्रभावित हो रही है, वकीलों की एक मांग यह भी थी। हड़ताल समर्थक वकीलों ने कहा कि वे तब तक हड़ताल पर रहेंगे जब तक उन्हें उनका बार भवन अनलॉक कर नहीं दिया जाता है। कल और आज वकीलों के विरोध प्रदर्शन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का घोर उल्लंघन हुआ। इस पर जिला प्रशासन को गौर करना चाहिए।