जमीन माफिया लूट रहे ग्रामीणों की जमीन
कविकुमार
जमशेदपुर, 2 अगस्त : पूर्वी सिंहभूम जिला के पोटका प्रखंड में ग्रामीणों की सैकड़ोंं बीघा जमीन को पावर ऑफ एटर्नी लेकर बेचने वाले जमीन माफिया तेजी से पनप रहे हैंं। ये माफिया जमीन के असली मालिक ग्रामीणों से पावर ऑफ एटर्नी लेकर उनको कुछ रकम या बैंक का चेक थमा देते हैंं। इस बीच जमीन माफिया प्लॉट काटकर जमीन बेच देते हैं और उनका पोस्ट डेटेड चेक बाउंस हो जाता है। इस तरह जमीन का असली मालिक ग्रामीण ठगा जाता है।
शहरी जमीन माफिया से कानूनी लड़ाई लड़ने की हिम्मत ग्रामीणों में नहीं है। जमीन के मालिक को न नगद रकम मिल पाती है न ही बैंक से रुपए। क्योंकि जब वे जमीन माफिया द्वारा दिए गए चेक लेकर बैंक जाते हैंं तो जमीन माफिया के खाते में रुपए नहीं होते। अंत मे जमीन मालिक दर-दर की ठोकर खाते रहते हैंं। ऐसा ही एक वाक्या पोटका प्रखंड अंतर्गत रासुनचोपा पंचायत निवासी राधानाथ मंडल एवं समीर मंडल के साथ हुआ। राधानाथ मंडल एवं समीर मंडल दोनों भाई हैंं। जमशेदपुर मानगो निवासी कासिम अंसारी ने 24 फरवरी 2018 को दोनों भाइयों से 24 कट्ठा जमीन 24 लाख रुपए में लिखवा ली। कासिम अंसारी ने दोनों भाइयों को नगद रुपए नहीं दिए बल्कि 7 लाख, 6 लाख, 6 लाख, 3 लाख और 2 लाख रुपये के चेक अलग-अलग तारीख के कारपोरेशन बैंक आदित्यपुर शाखा के दिये। बदले में उसने राधानाथ मंडल एवं समीर मंडल से पावर ऑफ एटर्नी ले ली।
कासिम अंसारी ने उसकी जमीन की बिक्री भी शुरू कर दी। जब दोनों भाई चेक लेकर बैंक गए तो कासिम अंसारी के खाते में रुपये नहीं थे।राधानाथ मंडल एवं समीर मंडल ने जमीन माफिया की हरकत के बारे अंचल अधिकारी पोटका को एक ज्ञापन देकर जमीन माफिया द्वारा भेजी गई जमीन का दाखिल खारिज नहीं करने का अनुरोध किया। इसके अलावा उपायुक्त को भी ज्ञापन दिया। इस तरह जमीन माफिया मालामाल एवं वास्तविक जमीन मालिक कंगाल हो रहे हैंं।