पगला गया है केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय
जमशेदपुर, 8 अगस्त : भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पूरे देश में जिम और योग संस्थानों को खोलने की अनुमति देकर कोरोना संक्रमण फैलाने में सहयोग दिया है, ऐसा झारखंड के अधिकांश बुद्धिजीवियों का मानना है। यह बात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी जानते होंगे कि उन्होंने जिम के लिए जो गाइडलाइन जारी किए हैं उनका पालन नहीं किया जाएगा। क्योंकि इसके पहले बाजारों, सार्वजनिक स्थलों, वाहनों आदि के लिए जो गाइडलाइन जारी किए गए उनका पालन नहीं हुआ। नतीजतन भारत में कोरोना की रफ्तार बाकी देशों से तेज हो गई।मालूम हो ज्यादातर जिम छोटी जगह में चलते हैं। जिनमें चाहते हुए भी सोशल डिस्टेंसिंग जैसी महत्वपूर्ण गाइडलाइन का पालन नहीं किया जा सकता।
इसके बाद भी केंद्र सरकार ने जिम खोलने का आदेश देकर खुद अपने पैर में कुल्हाड़ी मारी है। वैसे भी अगर सर्वे किया जाए तो जिम में अपराधी, दबंग और गुंडा तत्व ज्यादा जाते हैं। जमशेदपुर में गिरफ्तार युवा वर्ग के अपराधियों, उग्रवादियों और आतंकवादियों में 99 परसेंट लोग जिम के स्थाई सदस्य रह चुके हैं। केंद्र सरकार की इस भूल का खामियाजा आम जनता को तथा जिम जाने वाले युवकों के घर में रहने वाले बुजुर्गों, बच्चों और महिलाओं को भुगतना पड़ेगा।अनलॉक होते ही केंद्र सरकार ने मंदिरों को खोलने का आदेश भी दे दिया। जबकि केंद्र की भाजपा सरकार कण कण में भगवान के सिद्धांत को मानती है। वैसे में मंदिर जाकर मूर्ति की पूजा करना केंद्र सरकार को जरूरी क्यों लगा। जबकि हरे हिंदुओं के घरों में भगवान हैं और कण-कण में भी भगवान हैं।
मंदिरों से भी कोरोना तेजी से फैलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। यह तो भला हो झारखंड की हेमंत सरकार का जिसने केंद्र सरकार के आदेश को झारखंड में लागू नहीं किया और अभी तक मंदिरों को बंद रखा वरना झारखंड की स्थिति और ज्यादा खराब होती। संभावना यह है कि झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार जिम खोलने के केंद्र सरकार के आदेश को भी झारखंड में लागू नहीं करेगी।