भारत इतिहास के नाजुक मोड़ पर
–सुरेंद्र किशोर–
1. ब्रिटिश पत्रिका ‘द इकोनाॅमिस्ट’ के अनुसार चीन ने 104.71 लाख करोड़ रुपए की अपनी अर्थ -व्यवस्था बना ली है। उसने तानाशाही के सहारे ऐसा किया है।………………………………………..
2. एक अन्य जानकारी के अनुसार अमेरिका के संपन्न होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि वहां कानून का शासन है।………………………………………
3. तीसरा उदाहरण सिंगापुर के संस्थापक शासक ली कुआन यू /1923-2015/का है। उन्होंने अर्ध तानाशाही के जरिए सिंगापुर का कायापलट कर दिया।……………………………….
हमारे यहां क्या है ? !!
यहां तानाशाही नहीं है।अर्ध तानाशाही भी नहीं है।साथ ही, कानून का शासन भी अत्यंत ढीला-ढाला है।भारत में औसतन 45 प्रतिशत आरोपितों को ही कोर्ट से सजा हो पाती है। अमेरिका में सजा की दर 93 प्रतिशत है।
भारत की सीमाओं की रक्षा करने और राष्ट्र की प्रतिष्ठा को कायम रखने के लिए हमें भी तो कुछ करना पड़ेगा ! क्योंकि देश के भीतर और बाहर की शक्तियां हमारे खिलाफ आज एक साथ मिलकर जिस पैमाने पर सक्रिय हैं, इससे पहले वैसी गिरोहबंदी कभी नहीं थी। ऐसे में इस देश को बचाने के लिए हमें क्या करना चाहिए ?