मी लॉर्ड, आप थर्ड क्लास के वकील को संबोधित नहीं कर रहे हैं
मोहम्मद अली जिन्ना इंग्लैंग में पढ़ाई करके मुंबई में प्रैक्टिस करते थे। उस समय शहर के अकेले मुस्लिम बैरिस्टर थे। अंग्रेजों के जमाने में बाल गंगाधर तिलक को राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किया गया था। पहले तो उन्होंने अपनी वकालत खुद की बाद में जिन्ना को वकील बनाया था। जिन्ना गजब के आत्मविश्वासी वकील थे।
वकील के रूप में पेश जिन्ना को (किसी अन्य मामले में) चेतावनी देते हुए एक जज ने कहा था, मिस्टर जिन्ना याद रखिए कि आप किसी थर्ड क्लास के मजिस्ट्रेट को संबोधित नहीं कर रहे हैं। इसपर जिन्ना ने जवाब में कहा था, मी लॉर्ड, मुझे यह चेतावनी देने दीजिए कि आप किसी थर्ड क्लास के वकील को संबोधित नहीं कर रहे हैं।
[बोलिथो हेक्टर की किताब, जिन्ना: क्रिएटर ऑफ पाकिस्तान (1954) और अंडरस्टैंडिंग द मुस्लिम माइंड, राजमोहन गांधी (2000) से।]