सेक्स स्कैंडल छुपाने के लिए थानेदार ने एसएसपी से झूठ बोला, मानगो के थानेदार ने नाबालिग लड़की को बालिग बताया

कविकुमार
जमशेदपुर, 1 अगस्त : आखिर बार-बार मानगो थाना ही नाबालिग लड़कियों के साथ होने वाले सेक्स स्कैंडल को दबाने की कोशिश क्यों करता है? पहला सेक्स स्कैंडल सहारा सिटी नाबालिक लड़की सामूहिक बलात्कार कांड के नाम से जाना गया। इस कांड की प्राथमिकी पीड़िता के संरक्षक ने मानगो थाना में हजारों रुपए घूस देकर दर्ज करवाई। इस कांड को तबके थाना प्रभारी ने केस डायरी में बेमौत मारने की कोशिश की। उन्होंने भी तब के सीनियर एसपी अनूप मैथ्यू, अनूप बिरथरे और सिटी एसपी प्रभात कुमार से झूठ पर झूठ बोला था।इसी तरह की
दूसरी घटना कल 1 अगस्त 2020 को मानगो थाना इलाके में घटी। इस क्रम में यहां के थानेदार ने मौजूदा सीनियर एसपी तक से खुलेआम झूठ बोल कर उन्हें गुमराह किया। थानेदार की बात पर सीनियर एसपी तमिल वाणन ने प्रेस को जो बताया वह बात झूठ निकली। जैसे कल पकड़ी गई लड़की 14 साल की नाबालिक लड़की है। उस लड़की की उम्र थानेदार ने सीनियर एसपी को 18 साल के ऊपर बताई। इसी आधार के सीनियर एसपी ने प्रेस को बताया कि उक्त लड़की नाबालिग नहीं बल्कि बालिग है। अगर थानेदार उसे नाबालिग बता देते तो उन्हें अभियुक्त मोहम्मद अजहर के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करना पड़ता। भले ही लड़की अभियुक्त के डर से अपने साथ किये गए कुकर्म को स्वीकार नहीं करती। पुलिस को उसकी मेडिकल जांच कराकर तथा अन्य परिस्थिति जन्य साक्ष्य इकट्ठे कर अभियुक्त पर कार्यवाही करनी पड़ती। क्योंकि नाबालिग की इच्छा का कोई महत्व कानून में नहीं होता। इससे बचने के लिए थानेदार ने सीनियर एसपी से झूठ बोला की लड़की बालिग है। सीनियर एसपी से झूठ बोलने वाले थानेदार की हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी। साथ ही सीनियर एसपी से मानगो के लोग यह भी जानना चाहते हैं कि वे उनसे झूठ बोलने वाले थानेदार के लिए वे कौन सी सजा मुकर्रर करेंगे?आज ‘आज़ाद न्यूज़’ टीम ने लड़की की मां और पिता श्री सिंह से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि उनकी बेटी की उम्र 14 साल है। इसके सबूत उनके पास मौजूद हैं।
पूरी घटना के बारे में बताते हैं कि जवाहर नगर रोड नंबर 10 पर स्थित ए. जेड. कलेक्शन नामक कपड़े की दुकान के मालिक मोहम्मद अजहर अपनी दुकान में नाबालिक लड़कियों से सेक्स का धंधा करते हैं। अक्सर उनकी दुकान में नाबालिक लड़कियां आती जाती रहती हैं तथा दुकान के अंदर तक घुसती हैं। इसके आसपास के दुकानदार मोहम्मद अजहर से परेशान रहते हैं। कल दोपहर 12 बजे के करीब मोहम्मद अजहर के एक पड़ोसी दुकानदार ने मानगो थानेदार को उनकी दुकान में नाबालिग लड़की के साथ कुकर्म किए जाने की सूचना दी। सूचना पाकर मानगो पुलिस कपड़े की दुकान में पहुंची। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मोहम्मद अजहर की दुकान के काउंटर में एक लड़का बैठा था। वह लड़का भी पुलिस को देखकर धीरे से भाग गया। जब पुलिस दुकान के अंदर घुसी तो वहां मोहम्मद अजहर और नाबालिक लड़की मिली। महिला पुलिस के सहारे मानगो पुलिस मोहम्मद अजहर और नाबालिग लड़की को थाना लाई। इसके बाद घंटों उधेड़बुन हुई।
करीब 3 घंटे बाद लड़की और मोहम्मद अजहर को थाना से बाइज्जत छोड़ दिया गया। साथ ही सीनियर एसपी को गलत खबर दे दी गई कि लड़की बालिग है तथा दुकानदार के साथ पैसों के लेनदेन को लेकर उसका झगड़ा हुआ। इसी कारण दोनों को थाना लाया गया और बाद से छोड़ दिया गया। नाबालिक लड़की की मां का कहना है कि उनकी बेटी कल जींस पैंट खरीदने घर से निकली। मां ने उसे मना किया कि बकरीद के दिन दुकान बंद रहेगी वह आज न जाए पर लड़की जिद कर कपड़े की दुकान में गई। जब काफी देर तक वह वापस नहीं आई तो नाबालिक लड़की की मां ने अपनी छोटी बेटी को उस दुकान में देखने को भेजा। छोटी बेटी दुकान में गई तो बाहर से शटर बंद था और पीछे का दरवाजा भी बंद था। वह घर वापस आ गई।
नाबालिक लड़की की मां ने कहा कि उनकी बेटी शाम 4 बजे घर आई। वह काफी परेशान और बदहवास हालत में थी। उसने मां को कुछ नहीं बताया। नाबालिक लड़की के घर आने से पहले लड़की का एक युवक दोस्त उसके घर पर आया और उसने पीड़िता की मां को कुछ बातें बताई।आज लड़की के पड़ोसियों ने बताया कि 1 अगस्त की रात कुछ अपराधकर्मी किस्म के युवक उसके घर आए और लड़की को मारपीट कर अपने साथ ले गए तथा 2 अगस्त को तड़के लड़की को वापस उसके घर पहुंचाया। इस बात की सच्चाई सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरे से जानी जा सकती है। इस घटना से साफ होता है कि नाबालिक लड़की को डरा धमका कर उसके साथ कपड़ा दुकान में हुए कुकर्म के मामले को दबाया जा रहा है।
लड़की के माता-पिता भी सब जानते हुए डर के कारण पुलिस के सामने नहीं जा रहे हैं। मानगो पुलिस ने कपड़े की दुकान के आसपास के लोगों से पूछताछ कर सच्चाई जानने की कोशिश नहीं की। थानेदार को मामले को दबाना था सो उन्होंने ऐसा कर दिया। बदले में उन्हें क्या मिला यह उच्च स्तरीय जांच से साबित होगा। परंतु इतना साबित हो चुका है कि थानेदार ने नाबालिग लड़की को बालिग बताकर पूरा मामला निगल लिया। थानेदार ने नाबालिग लड़कियों के साथ सेक्स रैकेट चलाने वाले दुकानदार को क्लीन चिट दे दी।