आदिवासी को ईसाई बनाने के खिलाफ बोले पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास
जमशेदपुर, 6 सितंबर : जब से झारखंड में यूपीए की सरकार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में बनी है, तब से झारखंड के भोले-भाले आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कर उन्हें ईसाई बनाने का अभियान पूरे जोर पर है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने हेमंत सोरेन सरकार पर आदिवासियोंं के धर्म परिवर्तन के मुद्दे को नजर अंदाज करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने धर्म परिवर्तन का एक वीडियो देते हुए ट्विटर पर लिखा है कि झारखंड में धर्म परिवर्तन जोरों पर है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लिखा है कि उनकी सरकार ने धर्मांतरण पर रोक लगाने के लिए कानून बनाया और कड़ाई से उसे लागू किया। इस कारण भय पैदा कर, जबरदस्ती, लोभ-लालच देखकर धर्म परिवर्तन पर रोक लग गई थी। सरकार बदलते ही भोले भाले आदिवासी भाई-बहनों की संस्कृति नष्ट करने का काम शुरू हो गया है।

एक सप्ताह पहले भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता रमेश हांसदा ने एक आदिवासी महिला का मुद्दा उठाया था। जिसे आदिवासी होने के चलते सरकारी नौकरी मिली। बाद में उसने एक मुस्लिम युवक से शादी कर ली। रमेश हांसदा का तर्क था कि उसे नौकरी का फायदा आदिवासी होने के चलते मिला और वह धर्म परिवर्तन कर नौकरी का फायदा मुस्लिम समुदाय के युवक को देगी, यह गैरकानूनी है। उन्होंने मांग की थी कि मुस्लिम युवक से निकाह करनेे वाली आदिवासी महिला को सरकारी नौकरी से हटा दिया जाना चाहिए तथा यह नौकरी किसी अन्य आदिवासी बेरोजगार को दी जानी चाहिए।
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