वो भारत की आज़ादी की रक्षा नहीं कर सकता
डा. राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि‘‘जो हिन्दू रजिया, शेरशाह, जायसी और रहीमन को अपना पुरखा मानने से इनकार करता है वह हिन्दू , हिन्दुस्तान की आज़ादी की कभी रक्षा कर नहीं सकता। जो मुसलमान गजनी, गोरी और बाबर को अपना पुरखा मानता है और उन्हें विदेशी हमलावर और लुटेरा कहने से इनकार करता है, वह मुसलमान आज़ादी का मतलब नहीं समझता और आज़ादी की कभी रक्षा नहीं कर सकता।सिर्फ ये दो जुमले पिछले सात आठ सौ वर्ष के इतिहास को पचा कर हम सीख जाएं तो न जाने कितनी बड़ी बात होगी।’’
(‘भारत में समाजवाद’ नामक पुस्तिका से)