अब भी डाला टेंपो में लाद कर लाए जा रहे हैं मज़दूर और किसान
जमशेदपुर, 4 अक्तूबर : पूर्वी सिंहभूम जिले के लिए यह सौभाग्य की बात है कि गांव अभी कोरोनावायरस ज्यादा प्रभावित नहीं हैं। वैसे तो कोरोना के पहले 2 मरीज बहरागोड़ा ग्रामीण इलाके के थे परंतु उनकी ट्रैवल हिस्ट्री थी।
आज भी जिला के ग्रामीण इलाकों को सुरक्षित माना जाता है, परंतु ग्रामीण इलाके पटमदा से जमशेदपुर शहर में मज़दूरों और सब्जी विक्रेताओं का आना जाना सैकड़ों की संख्या में होता है। इन मज़दूरों और सब्जी वालों को लाने ले जाने में सावधानी नहीं बरती जाती है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस दौरान पूरी तरह कोरोना के मापदंडों का उल्लंघन किया जाता है।

सरकार के मुताबिक सार्वजनिक स्थल पर दो व्यक्तियों के बीच 2 मीटर की दूरी होनी चाहिए परंतु एक ही डाला टेंपो में दो दर्जन या इससे अधिक मज़दूरों और सब्जी वालों को लादकर पटमदा से जमशेदपुर और जमशेदपुर से पटमदा लाया लेजाया जाता है। जिससे संक्रमण फैलने की पूरी संभावना है। ये मज़दूर और किसान अपने चेहरे पर मास्क भी नहीं लगाते हैं।
इस समाचार के साथ प्रकाशित फोटो में आसानी से देखा जा सकता है कि कई महिला पुरुष सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन करते हुए बिना मास्क पहने हुए एक डाला टेंपो पर सवार होकर जमशेदपुर से पटमदा की ओर जा रहे हैं। जिला प्रशासन को इस पर रोक लगाना चाहिए। वाहनों के लिए लागू कोविड-19 शर्तों का यह खुलेआम उल्लंघन है। इस पर डिस्ट्रिक्ट ट्रांसपोर्ट विभाग और ट्रैफिक विभाग की नजरें नहीं पड़ रही हैं। यह डाला टेंपो मानगो पुल, डिमना रोड, मुंबई चौक से होकर पटमदा गया। इस दौरान पुलिस के कई चेक पोस्ट थे, पर किसी ने इस टेंपो को नहीं रोका।
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