डॉ अजय कुमार ने राजनीतिक झूठ का लिया सहारा
जमशेदपुर, 6 अक्तूबर : आमतौर पर कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार राजनीतिक झूठ नहीं बोलते भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वे अनाप-शनाप कभी नहीं बकते। जो भी बोलते हैं तथ्यों के आधार पर बोलते हैं। परंतु कांग्रेस में वापस आने के बाद उन्होंने इस बात पर राजनीतिक झूठ का सहारा लिया कि उन्होंने कांग्रेस क्यों छोड़ी थी? सब जानते हैं कि 2019 के संसदीय चुनाव में डॉ अजय कुमार को झारखंड के कांग्रेसी नेताओं ने काफी तंग किया। पुराने नेताओं ने खुद के लिए, अपने बेटे के लिए और अपनी बहू के लिए टिकट मांगे। परंतु अजय कुमार योग्य व्यक्ति को टिकट देना चाहते थे। इसीलिए पुराने कांग्रेसी नेताओं से उनकी राजनीतिक दुश्मनी हो गई। 2019 का विधानसभा चुनाव नजदीक आया तो पुराने कांग्रेसियों ने समझा कि इस बारे भी अजय कुमार उन्हें एवं उनके भाई भतीजों का टिकट कटवा सकते हैं। इसलिए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाने के लिए इक्का-दुक्का को छोड़कर सभी पुराने कांग्रेसी नेता एकजुट हो गए। इन लोगों ने डॉक्टर अजय कुमार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यहां तक कि उन्हें कांग्रेस कार्यालय में घुसने से रोकने के लिए बल प्रयोग भी किया। जिससे नाराज हो कर डॉ अजय कुमार ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी। जब वे दुबारा कांग्रेस में आ गए तब सच्ची बात बोलने पर पुराने नेता उनकी खिलाफत कर सकते हैं। इसलिए डॉक्टर अजय ने झूठ का सहारा लेते हुए कहा कि 2019 के संसदीय चुनाव में जी तोड़ मेहनत करने के बाद भी कांग्रेस पार्टी का चुनाव परिणाम उतना अच्छा नहीं था, लिहाजा उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। जबकि डॉ अजय के चलते 2019 के संसदीय चुनाव में 2014 संसदीय चुनाव की तुलना में झारखंड कांग्रेस की सीट बढ़ी थी। दोबारा कांग्रेस में आने पर डॉ अजय कुमाार ने कहा कि वे मन से कभी कांग्रेस से अलग नहीं हुए। कुछ घटनाक्रम के कारण आम आदमी पार्टी की सदस्यता ली, लेकिन अब जब देश का माहौल ऐसा है तो उनको राहुल गांधी का साथ देने की जरूरत महसूस हुई। उसे देखते हुए एक बार फिर वे कांग्रेस परिवार का हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से अब लड़ाई धारदार होगी।उन्होंने कहा कि हमें एक-दूसरे की मदद कर काम करनी है। कार्यकर्ता किसी गुट का नहीं होता, इसलिए पार्टी में किसी की उपेक्षा नहीं होनी चाहिए। सभी एक होकर काम करेंगे तो बीजेपी दूर-दूर तक दिखाई नहीं देगी। बेरोजगारी चरम सीमा पर है। समाज के सभी वर्ग परेशान हैं। पूरा पैसा लगाकर अपने बच्चे को पढ़ा रहे हैं और उसे नौकरी नहीं मिल रही है। आज देश सबसे मुश्किल दौर से गुजर रहा है। जमशेदपुर अपना घर है, इसलिए अपने लोकसभा क्षेत्र में घूमेंगे। पार्टी के निर्देश के अनुसार, हर जगह जाएंगे। देश के सामने जो चुनौती है उसके बारे में बताएंगे। हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार देने का वायदा झूठा साबित हुआ है। केंद्र सरकार का पैकेज कहां गया, किसी को पता नहीं हैै। जीडीपी लगातार गिर रही है। चीन की घुसपैठ जारी है। कृषि सुधार बिल के नाम पर किसानों को पूंजीपतियों के हाथों गिरवी रखने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। सवाल पूछने पर देशद्रोह की संज्ञा दी जाती है। कांग्रेस पार्टी ने जिस प्रकार से अंग्रजों से लड़ाई लड़ी, उसी प्रकार की लड़ाई राहुल गांधी व प्रियंका गांधी भाजापा के खिलाफ लड़ रहे हैं। |
