वन विभाग में कोरोना ब्लास्ट
कविकुमार
जमशेदपुर, 8 अक्तूबर : पश्चिमी सिंहभूम जिला के वन विभाग में कोरोना ब्लास्ट होने की खबर है। ऐसा यहां के कर्मचारियों की कोरोना जांच रिपोर्ट के आधार पर कहा जा रहा है। इन कर्मचारियों की कोरोना जांच डीएचआर नेटवर्क लेबोरेटरी एमजीएमसीएच माइक्रोबायोलॉजी विभाग में की गई।
जांच रिपोर्ट देखकर लोग चौंक गए क्योंकि यहां कोरोना संक्रमित 24.35% पाए गए। यह आंकड़ा अपने में बहुत बड़ा है। पूर्वी सिंहभूम जिला में चलाए गए एक स्पेशल ड्राइव के दौरान जमशेदपुर शहर का आंकड़ा 2.38% ही पाया गया। कोल्हान में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित बहरागोड़ा में पाए गए। इनका आंकड़ा 16.67% था। परंतु पश्चिम सिंहभम के वन विभाग में संक्रमण के सारे रिकॉर्ड को तोड़ते हुए संक्रमित व्यक्तियों का आंकड़ा 24.35% पाया गया।

पश्चिम सिंहभूम जिला में कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट, सारंडा डिवीजन, कोल्हान डिवीजन, पोड़ाहाट डिवीजन और चाईबासा डिवीजन है। ये पांचों कार्यालय एक ही परिसर में हैंं। इन सभी कार्यालय के कर्मचारियों का नमूना जांच के लिए 12 सितंबर 2020 को लिया गया। परंतु चौंकाने वाली बात यह है कि कोरोना जॉच की रिपोर्ट 21 दिन बाद 3 अक्तूबर 2020 को जारी की गई। इतने दिनों तक कोरोना संक्रमित लोग रोजाना ऑफिस आते रहे। जाहिर है इससे संक्रमण फैलता ही रहा।
नमूना संग्रह के दौरान 3 दिनों तक कार्यालय बंद था परंतु बाद में पांचोंं कार्यालय खुले रहे। मालूम हो चाईबासा डिवीजन के एक आदेशपाल की मौत करीब 10 दिन पहले हो गई थी। मौत के पहले उनमें कोरोना के लक्षण थे परंतु मौत के बाद उनका कोरोना टेस्ट नहीं हो पाया। इसी तरह इससे पहले किए गए जांच में सारंडा डिवीजन के सात कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव निकले। तब वन विभाग के पदाधिकारियों ने सामूहिक रुप से कोविड-19 टेस्ट कराने का फैसला लिया। जानकारों के मुताबिक पश्चिम सिंहभूम के 78 वनकर्मियों के नमूने लिए गए।
इनमें से 19 संक्रमित पाए गए। यह संक्रमित पश्चिम सिंहभूम जिले के टुंगरी, फॉरेस्ट कॉलोनी, गांधी टोला, पुराना चाईबासा, फॉरेस्ट कॉलोनी टुंगरी, नीमडीह, माहुलसाई, कुमार टोली, चाईबासा डिवीजन, सारंडा फॉरेस्ट डिविजन और ट्रेनिंग स्कूल के निवासी हैं। फॉरेस्ट कॉलोनी, नीमडीह और चाईबासा डिवीजन में दो-दो लोग संक्रमित पाए गए। जबकि सारंडा डिवीजन में चार लोग संक्रमित पाए गए।