अब छठ मैया ही बचाए कोरोनावायरस से
जमशेदपुर, 23 नवंबर : जैसा कि सब जानते हैं छठ के मौके पर जमशेदपुर के लगभग हरेक घाट पर कोविड-19 के नियमों की अवहेलना की गई। सूर्य मंदिर के तालाब में भी ऐसा ही किया गया। 2 मीटर के सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना तो दूर नदी, घाटों, तालाबों और डैम में पहुंचे छठ व्रत धारियों में से 90-95 प्रतिशत लोगों ने मास्क तक नहीं पहना था। 10 साल से छोटे बच्चे भी सरेआम भीड़ में मौजूद थे।

छठ व्रतधारी 10 चक्का और 12 चक्का ट्रक पर भी भरकर घाट पहुंचे। जाहिर है इतनी बड़ी संख्या में एक-एक ट्रक में बैठकर घाट जाने वाले लोग एक परिवार के नहीं बल्कि कई परिवार के होंगे। इनके बीच सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी थी, पर इन्होंने इसका उल्लंघन किया।
छठ के दिन ट्रैफिक नियमों के मुताबिक चार चक्का से बड़े वाहन का शहर की सड़कों में चलने की मनाई की गई थी परंतु ये बड़े ट्रक कैसे चले और पुलिस के सामने से कैसे गुजरे, यह जांच का विषय है। जिला प्रशासन ने छठ के मौके पर पटाखा चलाने पर पूर्ण रोक लगा रखी थी परंतु खुलेआम इलाकों में तथा छठ घाटों में पटाखे चलाए गए।

सबसे चौंकाने वाली बात यह देखी गई कि जिन पुलिस पदाधिकारियों को ट्रैफिक व्यवस्था संभालने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए ड्यूटी पर लगाया गया था उनमें से अधिकांश लोगों ने मास्क नहीं लगाया था। जिन लोगों ने लगाया भी था वे भी सही तरीके से नहीं लगाया था। सिर्फ अर्धसैनिक बल के जवानों ने ही सही तरीके से मास्क लगाया था।

नदी किनारे से लौटते समय श्रद्धालुओं की भीड़ मुफ्त में चाय बिस्किट वितरण केंद्र में टिड्डी दल के समान जुट गए। इससे सोशल डिस्टेंस का दम घुट गया। जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन के सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के जितने प्रयास किए सबको छठ व्रतधारियों ने गुड़ गोबर कर दिया।

जिला प्रशासन की गाड़ियां माइक पर प्रचार करती रहींं कि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क नहीं पहनने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, परंतु उसे छठ व्रतधारियों ने एक कान से सुनकर दूसरे कान से निकाल दिया।

कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि नदी के घाट, तालाब और डैम में जाने वाले छट व्रतधारियों ने कोरोना रोकने के प्रयासों पर पानी फेर दिया। अब छठ मैया ही जमशेदपुर में कोरोना के प्रसार को रोक सकती हैं। यह सब जानते हैं कि दिल्ली तथा भारत के उन कई इलाकों में लोगों की लापरवाही के चलते दुबारा और तिवारा कोरोनावायरस तेजी से बढ़े हैंं। जिससे लोग मर रहे हैं। जमशेदपुर में छठ के मौके पर कोविड-19 प्रोटोकॉल के उल्लंघन का नतीजा क्या होगा यह समय ही बताएगा।