एसबीआई बैंक के अधिकारियों की मिलीभगत से वृद्धा के 9 लाख ₹ उड़ाए गए
जमशेदपुर, 18 दिसंबर : बैंक पदाधिकारियों की मिलीभगत के कारण परसुडीह जानेगोड़ा निवासी पूर्व शिक्षिका प्यारी कश्यप के ₹900000 उसके बैंक अकाउंट से जाली चेक द्वारा निकाल लि गए। चौंंकाने वाली बात यह है कि जिस जाली चेक से रुपए निकाले गए उसी नंबर का चेक महिला के चेक बुक में मौजूद है।
उसका उपयोग अब तक महिला ने नहीं किया है। इसकी शिकायत महिला ने अपने बैंक ‘स्टेट बैंक ऑफ इंडिया’ परसुडीह ब्रांच के मैनेजर, परसुडीह थाना और बिष्टुपुर साइबर थाना में की है। जब प्यारी कश्यप 14 दिसंबर को अपने बैंक में गईंं। तब उन्हें अकाउंट से रुपए निकाले जाने का पता चला। इस साइबर क्राइम में बैंक के पदाधिकारियों के मिलीभगत के दो पॉइंट हैंं।
पहला यह कि किस ग्राहक को कितने नंबर की चेक बुक दी गई है इसकी जानकारी बैंक के रजिस्टर में रहती है। कोई बाहरी व्यक्ति यह जानकारी हासिल नहीं कर सकता। दूसरी बात है कि इतनी बड़ी रकम का चेक भुगतान करने से पहले बैंक मैनेजर चेक देने वाले को फोन करके कंफर्म करते हैं, ऐसा नियम बना हुआ है। परंतु पूर्व शिक्षिका प्यारी कश्यप के मामले में बैंक मैनेजर ने उसे फोन करके यह जानना जरूरी नहीं समझा कि उसने ₹900000 का चेक किसी को दिया है या नहीं।
इससे साफ है कि पूरे घोटाले में बैंक के किसी पदाधिकारी का हाथ है। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।
ReplyForward |