चीन के दो करोड़ उइगर मुसलमानों की अभूतपूर्व प्रताड़ना पर इसलिए चुप हैं पाक और भारत के जेहादी तत्व
सुरेंद्र किशोर
अनेक लोग इस बात पर घोर आश्चर्य व्यक्त करते रहते हैं कि पाकिस्तान के हुक्मरान चीन के उइगर मुसलमानों पर चीन सरकार द्वारा अभूतपूर्व दमन पर तो कुछ नहीं बोलते। किंतु वे फ्रांस के मुसलमानों के हल्के दमन के खिलाफ अधिक शोर मचाते हैं।
जबकि फ्रांस में 1971 में मस्जिदों की संख्या जहां 71 थी, वहींं अब वहां 2500 मस्जिदें हैं। चाइना में हजारों मस्जिद तोड़ में सिर्फ तोड़ दिए गए। याद रहे कि फ्रांस व चीन के कुछ मुसलमान वहां जेहाद की कोशिश कर रहे हैं। हाल में जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्य मंत्री फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि हम चीन की मदद से कश्मीर में फिर से धारा-370 लागू करेंगे। अब्दुल्ला का लक्ष्य तो सीमित है। किंतु पाक व भारत के अधिकतर जेहादियों का लक्ष्य बहुत बड़ा है।
जानकार लोग बताते हैं कि वे चीन की मदद से भारत को पहले इस्लामिक देश बना लेना चाहते हैं। फिर वे ‘‘इस्लामिक भारत’’ की मदद में चीन में भी इस्लाम का झंडा बुलंद करेंगे। इसके विपरीत यदि वे मात्र दो करोड़ उइगर मुसलमानों के लिए चीन सरकार से झगड़ा कर लेंगे तो गजवा ए हिन्द का उनका लक्ष्य कैसे पूरा होगा? भारत के कुछ राजनीतिक दलों व देश विरोधी बुद्धिजीवियों की मदद से सक्रिय एक खूंखार जेहादी संगठन ने यह लक्ष्य रखा है कि हम 2045 तक भारत को इस्लामिक देश बना देंग अब आई बात समझ में? !!!
वास्तविक स्थिति क्या है?दरअसल पाक और भारत के जेहादी तत्व यह भूल गए हैं कि वे अब मध्य युग में नहीं जी रहे हैं। इसीलिए वे मन की मिठाई खा रहे हैं।इस देश में आधुनिक ‘जयचंदोंं’ं की संख्या व ताकत धीरे-धीरे घटती जा रही है। साथ ही, इस देश में अब्दुल रशीद नामक व्यक्ति भी मौजूद है जो अपनी ही बेटी शेहला रशीद की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का भंडाफोड़ कर रहा है।
वैसे इस देश में इतनी मजबूत व राष्ट्रभक्त सेना है जो एक साथ चीन-पाकिस्तान और स्थानीय जेहादियों का सफलतापूर्वक मुकाबला कर सकती हमोदी सरकार अगले बड़े-बड़े खतरों को ध्यान में रखते हुए भारतीय सेना को रोज -रोज मजबूत करती जा रही है।