जादूगोड़ा के रेडिएशन के तीसरे योद्धा की भी कैंसर से मौत
कवि कुमार जमशेदपुर, 15 दिसंबर : आज तड़के एक सच्चे मज़दूर नेता, सच्चे इंसान और जादूगोड़ा के घातक रेडिएशन के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले पर्यावरणविद रविंद्र सिंह का कैंसर बीमारी के कारण देहांत हो गया। यूरेनियम के रेडिएशन से होने वाले कैंसर के संबंध में उन्होंने काफी रिसर्च किया था तथा रेडिएशन के खिलाफ मेरी जंग में उन्होंने काफी बौद्धिक मदद की थी। जिस रेडिएशन कैंसर के खिलाफ उन्होंने लंबे समय तक जंग लड़ी अंत में उसी रेडिएशन के कैंसर ने उनकी जान ले ली। मेरे साथ रेडिएशन के खिलाफ जंग लड़ने वाले अन्य दो योद्धा जनक देव पांडेय और एके मुखर्जी की मौत भी कैंसर से हो गई। इनमें रविंद्र सिंह तथा एके मुखर्जी यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया जादूगोड़ा के कर्मचारी थे। मज़दूरों के हित में हमेशा लड़ने के कारण रविंद्र सिंह मज़दूरों के नेता के समान बन गए थे। रविंद्र सिंह लगभग 70 वर्ष के थे। 3 सालों तक उन्होंने कैंसर से जंग लड़ी अंततः कैंसर की जीत हुई। परंतु रविंद्र सिंह के प्रयास से जादूगोड़ा के वीडियो संग की बात प्रधानमंत्री के कानों तक गई और उन्होंने यूरेनियम कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया के उच्च पदाधिकारियों की क्लास ली नतीजतन यूसीएल में रेडिएशन कम करने के कई उपाय किए गए जिससे रेडिएशन कुछ हद तक कम हुआ। रविंद्र सिंह इंटक मज़दूर यूनियन से भी सक्रिय रहे। यूसिल में 55 दिनों तक सबसे लंबी हड़ताल श्री सिंह के नेतृत्व में ही हुई थी। आज उनका अंतिम संस्कार बांस घाट पटना में किया जाएगा। वे जमशेदपुर के वरिष्ठ पत्रकार सर्च लाइट और प्रदीप के रिपोर्टर स्व. एनके सिंह के वे छोटे भाई थे। वे एक पुत्र सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैंं। |