ट्रैक्टर रैली अवैध घोषित, नेताओं पर एफआईआर
जमशेदपुर, 28 जनवरी : किसान आंदोलन के समर्थन में दिल्ली की तर्ज पर जमशेदपुर में भी ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया। यह रैली आम बागान से शुरू होकर नेशनल हाईवे 33 स्थित बालिगुमा गांव के पास समाप्त हुई। ट्रैक्टर रैली में सिख समाज के जाने-माने नेताओं के साथ ही कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता भी शामिल थे।
ट्रैक्टर रैली के लिए जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी फिर भी रैली निकाली गई। इसके खिलाफ जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए रैली में नेतृत्व प्रदान कर रहे सिख समाज के और राजनीतिक पार्टी के लोगों पर साकची थाने में प्राथमिकी दर्ज की है। उन पर आरोप है कि उक्त 16 नेताओं ने लॉक डाउन का उल्लंघन कर रैली निकाली।
साकची थाना में दर्ज की गई प्राथमिकी में मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह का नाम दर्ज है। मालूम हो मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह ने गुरु नानक देव जी की जयंती पर बिना प्रशासन की अनुमति और प्रशासन को बिना खबर दिए मानगो से साकची गोल चक्कर तक रैली निकाल दी थी। घटनास्थल पर अनुमंडल पदाधिकारी नीतीश कुमार सिंह एवं पुलिस पदाधिकारी पहुंच गए थे।
एसडीओ ने भगवान सिंह पर कानूनी कार्यवाही करने की बात कही थी परंतु किसी कारण भगवान सिंह पर कानूनी कार्रवाई नहीं की गई थी। जिससे उनकी हिम्मत बढ़ी और उन्होंने गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली का आयोजन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
भगवान सिंह के अलावा सेंटर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जमशेदपुर के पूर्व प्रधान गुरमुख सिंह मुखे, महेंद्र सिंह, जमशेदपुर सेंट्रल गुरुद्वारा समिति के पूर्व प्रधान शैलेंद्र सिंह, प्रताप यादव, सुमित राय, अंबे सिंह, सतनाम सिंह गंभीर, सत्येंद्र सिंह, यशवंत सिंह जस्सू, मनदीप सिंह, पवन पांडेय, कांग्रेस के आनंद बिहारी दुबे और झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमोद लाल, गुरमीत सिंह गिल और बाबू नाड को अभियुक्त बनाया गया।
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